हिमालय लोक साहित्य एवं संस्कृति विकास ट्रस्ट द्वारा नाट्य संस्था कला दर्पण की नाट्य प्रस्तुति आछरी (90 मिनट) का प्रदर्शन रविवार, 11 फरवरी 2024 को टाऊन हॉल, देहरादून में किया गया। ,आलेख, परिकल्पना एवं निर्देशन डॉ सुवर्ण रावत का रहा। सुषमा बर्थवाल आछरी की भूमिका में रही मंच में, मदन डुकलान तुलसा के पात्र में,सहाय की भूमिका में विजय गौड़, विशन सिंह, काका, वाघ तीन पात्रों की भूमिका दिनेश बौड़ाई ने निभाई,धीरज सिंह रावत ने जयदत, शेरु की भूमिका निभाई भारती आनन्द ने चन्द्रा की भूमिका निभाई वीरेन्द्र असवाल गोधना और सुमित वेदवाल मोहना की भूमिका में रहे,जूनजुनाली, दाबु की भूमिका में अनामिका रही,जयंती के पात्र में अंशिका रही।सुरक्षा रावत, संतोष गैरोला, माधवेन्द्र रावत गायत्री रावत, आयुष्मान, मुस्कान डूंगरपुर निवासी के पात्रों में रहे।
प्रकाश परिकल्पना : टी० के० अग्रवाल
कोरियोग्राफी : श्रीवर्णा रावत
फोटोग्राफी : जयदेव भट्टाचार्य
ध्वनि प्रभाव : अभिनव गोयल
गीत, संगीत : मनीष कुमार
गायक/गायिका
: सतेन्द्र परिदयाल एवं दीपा पंत
रुप सज्जा : सुषमा बड़थ्वाल, दिनेश बौडाई
वेशभूषा : भारती आनंद, धीरज सिंह रावत
मंच सज्जा : श्रेया मखलोगा, बीरेंद्र गुप्ता,
मंच सामग्री : सुमित, अनामिका
मंच संचालन : पं० उदय शंकर भट्ट
:मंच व्यवस्थापक सुषमा बड़थ्वाल : दिनेश बौड़ाई प्रस्तुति नियंत्रक
आलेख, परिकल्पना एवं निर्देशन : डॉ० सुवर्ण रावत हिंदी साहित्य के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. हरिसुमन बिष्ट की मूल कृति का गढवाली अनुवाद मदन मोहन डुकलान ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी रहे , कार्यक्रम कीविशिष्ठ अतिथि प्रो. सुरेखा डंगवाल, वाइस चांसलर, दून यूनिवर्सिटी रही।हिन्दी साहित्य के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ० हरिसुमन बिष्ट एवं जयदीप सकलानी, राज्य आन्दोलनकारी के सानिध्य में रहा।
कार्यक्रम में विशेष सहयोग रहा
हिमालय लोक साहित्य एवं संस्कृति विकास ट्रस्ट, अखिल गढ़वाल सभा, वातायन संस्था एवं चिट्ठी-पत्री, देहरादून का रहा।
More Stories
मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में 11 करोड़ रुपए का लाभांश का चेक प्रबंध निदेशक पिटकुल ने सौंपा
सचिवालय में नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी के साथ राज्य से जुड़े अहम विषयों पर बैठक
समान नागरिक संहिता, उत्तराखण्ड 2024 अधिनियम के राज्य में क्रियान्वयन