विश्व में हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है।
लोगों को इस बीमारी की पहचान, लक्षण और रोकथाम के बारे में जानकारी दी जाती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब 10 मिलियन लोगों की मौत कैसर के कारण होती है, लेकिन लाइफस्टाइल में बदलाव, नियमित जांच और इस बीमारी के शुरूआती लक्षण को पहचान कर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को मात दिया जा सकता है।
कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम को प्रोत्साहित करने के लिए हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। तो आइए इस दिन के बारे में कुछ खास बातें बताते हैं।विश्व कैंसर दिवस का इतिहास और उद्देश्य
कैंसर शब्द की उत्पत्ति का श्रेय यूनानी चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स को दिया जाता है। उन्हें चिकित्सा का जनक” भी माना जाता है। पहली बार 2008 में विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। इसकी स्थापना यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल द्वारा इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी।
इस दिन का मुख्य उद्देश्य है, दुनिया भर में कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने और इसके संकेतों को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं। इन कार्यक्रम का उद्देश्य कैंसर के प्रभाव को कम करने और सतर्क रहने के लिए प्रोत्साहित करना है।
More Stories
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज देहरादून में आयोजित ’उत्तराखण्ड वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 2023’ का उद्घाटन किया
संधु ने आज सचिवालय में पूँजी निवेश हेतु राज्यों को विशेष सहायता योजना 2023- 24 के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने आज आगामी 8-9 दिसंबर को आयोजित होने वाले उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 की तैयारियों को लेकर निरीक्षण किया