October 4, 2024

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महिला काव्य मंच” (मन से मंच तक) देहरादून इकाई के तत्वावधान में जुलाई माह की मासिक काव्य गोष्ठी ऑनलाइन सम्पन्न की गई।

जय मॉं शारदे 🙏🌹🌹
महिला काव्य मंच” (मन से मंच तक) देहरादून इकाई के तत्वावधान में जुलाई माह की मासिक काव्य गोष्ठी 29 मई 2022, दिन शुक्रवार को शाम 4:00 बजे ऑनलाइन सम्पन्न की गई। गोष्ठी महिला काव्य मंच की उपाध्यक्ष:–

#प्रो. उषा झा ‘रेणु’ जी की अध्यक्षता में हुई ।

#मुख्य अतिथि :–महिला काव्य मंच की प्रांतीय उपाध्यक्ष-

#आदरणीय सौम्या दुआ जी रहीं।

#विशिष्ट अतिथि महिला काव्य मंच की:-

#प्रांतीय अध्यक्ष डॉ.विद्या सिंह जी रहीं ।

#संचालन– नीरू गुप्ता ‘मोहिनी’ जी ने किया।

गोष्ठी में डॉ. विद्या सिंह, डॉ इंदु अग्रवाल, महिमा “श्री”, निशा “अतुल्य”, प्रो उषा झा ‘रेणु’,नीरू गुप्ता “मोहिनी”,मणि अग्रवाल मणिका, अमृता पांडे, शोभा पाराशर, डॉ. सुहेला अहमद, डा०क्षमा कौशिक, अर्चना झा ‘सरित’, कविता बिष्ट, झरना माथुर, ज्योत्स्ना शर्मा प्रदीप, रेखा जोशी, संगीता जोशी कुकरेती,करुणा अथैया जी की उपस्थिति रही।

शोभा पाराशर जी द्वारा माँ वीणापाणि की सुन्दर वंदना से गोष्ठी का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात प्रथम प्रस्तुति जिला अध्यक्ष निशा “अतुल्य” जी द्वारा ‘सावन’ (शिव महिमा/ हरियाली तीज) विषय पर सुंदर पँक्तियों ‘शिव शंकर की महिमा अति भारी,गौरा लगती कितनी प्यारी’ शिव महिमा की खूबसूरत प्रस्तुति दी जिससे सारा महौल शिवमय हो गया।
इसके बाद संगीता जोशी कुकरेती जी ने हिंदी भाषा पर सुंदर दोहे प्रस्तुत किए । करुणा किरण अथैया जी ने ‘रिमझिम-रिमझिम बरसे, सावन लाए तीज त्यौहार’ सुनाया। मणि अग्रवाल ‘मणिका’ जी ने सावन पर दो महिया ,’मत बोले कोयलिया, मौन व्रती है री, सुन मेरी पायलिया’ सुना सबका दिल जीत लिया।कविता बिष्ट ‘नेह’ जी ने ‘अगर चिलमन उठा दो तुम, बहारें झूम जाएंगी, नजाकत के समुंदर में निगाहें डूब जाएंगे ‘ सुंदर ग़ज़ल से सभी का मन मोह लिया ।
अर्चना झा ‘सरित’ जी ने, ‘ चलो दरबार भोले के, सुहाना मास पावन है। लगी लंबी कतारें हैं, सुहाना मास सावन है’ सुना कर फिर से माहौल में भक्ति का संचार कर दिया। अमृता पांडेय जी ने मनमोहक सावन गीत ‘रिमझिम पड़त फुहार सखी री देखो सावन आयो’ सुनाकर लोकगीत की याद दिला दी। आदरणीय डाक्टर इंदु अग्रवाल मैम ने गजल की शक्ल में एक गजल पेश की ‘बुझ रही है यह अग्न पर सुगबुगाहट आ रही है, तार वीणा के थके पर झनझनाहट आ रही है ‘अपने अनूठे अंदाज में सुना कर सबको मंत्रमुग्धकर दिया। कार्यक्रम की संचालिका नीरू गुप्ता ‘मोहिनी’ जी ने सावन पर मधुर महिया गीत,’ सावन है लो आया, बदरा बरसे है, मन मेरा हर्षाया ‘ सुनाकर एक बार फिर से सबको सावनी फुहार में सराबोर कर दिया ।
इसके बाद ज्योत्सना शर्मा प्रदीप जी ने ,’तुमसे तुम्हारी यादें भली हैं, चलो जहां संग मेरे चली है’ गीत सुना कर सब को आनंदित किया ।डॉक्टर सुहेला अहमद जी ने नई पीढ़ी के लिए एक कविता , ‘गिरेगा जहां पर पसीना तुम्हारा,बुलंदी पर होगा सफर यह हमारा’ सुना आने वाली पीढ़ी को एक संदेश दिया ।
उपाध्यक्ष उषा झा ‘रेणु’ जी ने सावन पर सुंदर महिया ‘फूलों से गुल महके, यौवन मचल गए,भौरे के मन चहके’
सुंदर शब्द संयोजन से सावन का सुन्दर चित्रण किया। शोभा पाराशर जी ने शिव पर भजन ‘शिव शंकर की महिमा देखो सारे जग से न्यारी है, गौरा पार्वती की सेवा भोलेनाथ पर भारी है’ सुना कर पुनः सबको शिव भक्ति में लीन कर दिया। इसके बाद रेखा जोशी जी ने भी सावन पर सुंदर गीत ‘सावन की रिमझिम यह बारिश की बूंदे, चले आओ -चले आओ’ सुनाया जिसको सभी ने सराहा और कोकिल कंठी महिमा श्री जी ने भी सावन पर अपने मधुर स्वर से मिश्री घोलती आवाज़ में बहुत ही कर्णप्रिय गीत ‘रिमझिम बरस रही है यह फुहार देखिए, बागों में यह झूलों की कतार देखिए’ मनभावन शृंगारिक गीत से समां बाँध दिया।
डॉ क्षमा कौशिक जी ने बहुत ही मधुर आवाज में सावन गीत, ‘सावन आयो रे रंगीली ऋतु छाई, पिया तो मोरे परदेसी ‘सुना पिया के वियोग में प्रेमिका के विरह का बहुत सुन्दर दृश्य चित्रित किया ।

गोष्ठी को पूर्णता की ओर ले जाते हुए विशिष्ट अतिथि महिला काव्य मंच की प्रांतीय अध्यक्ष आदरणीय डॉ. विद्या सिंह जी ने सावन गीत ‘गाए बदरिया मल्हार सखी री,सावन आयो’ बहुत ही सौम्य और मधुर अंदाज में सुना मनमोह लिया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि प्रांतीय उपाध्यक्ष आदरणीय सौम्या दुआ जी ने बहुत ही खूबसूरत नज़्म ‘महफूज हो जिगर में तेरे यह तो ख्याल हो’ अपनी मधुर आवाज़ में सुनाकर सबको आह्लादित कर दिया।

अंत में उषा झा ‘रेणु’ जी ने अपने उत्कृष्ट अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी रचनाकारों की सुंदर रचनाओं को सराहा और सभी को हरियाली तीज और सावन मास की बहुत-बहुत शुभकामनाएंकर देकर गोष्ठी की समाप्ति की घोषणा की।
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रिपोर्ट – नीरू गुप्ता “मोहिनी’ (संचालिका)
महिला काव्य मंच,
देहरादून इकाई।

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