साहित्यकार नरेंद्र कठैत की गढ़वाली कविता पढ़े जिसमे आज के चुनावी माहौल का कालजई चित्रण किया है गढ़वाली व्यंग कविता के माध्यम से

हे लौ !!!
ऐ ग्या चुनौऽ
भुला! / तू घंघतोळ मा नि रौ
औ! / तू बि हमारा मुंड मा
कमर टिकौ
उठौ! कै न कै/लगा-भगौ
झंडा उठौ!
तौं दगड़ा खूब ढौळ मिलौ
अर तौंकि तरौं
तू बि / कुछ दिनौ
हमारि मूणी मा
मौज उड़ौ.
रचना….. नरेंद्र कठैत
More Stories
सिलक्यारा टनल में फंसे सभी 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे समस्त बचाव दल को अपनी शुभकामनाएं दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव डॉ.पी के मिश्रा एवं सचिव गृह मंत्रालय, भारत सरकार अजय भल्ला ने आज सिलक्यारा, उत्तरकाशी में टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया
धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से कनिष्ठ सहायक के पद पर चयनित 16 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए