February 8, 2025

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“राष्ट्रीय कवि संगम” के तत्वधान में महिला इकाई देहरादून की मासिक काव्य गोष्ठी 28 नवम्बर 2021 को (ऑनलाइन) सम्पन्न हुई

जय माँ शारदे🌹
“राष्ट्रीय कवि संगम” के तत्वधान में महिला इकाई देहरादून की मासिक काव्य गोष्ठी 28 नवम्बर 2021 को (ऑनलाइन) सम्पन्न हुई। गोष्ठी का संचालन एवं संयोजन कविता बिष्ट, महामंत्री (रा. क. स) द्वारा किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता महानगर महिला इकाई की उपाध्यक्ष आद. शोभा पाराशर जी ने किया।
अयोजन में विशिष्ट उपस्थिति प्रान्तीय महामंत्री आद. शिव मोहन जी एवं क्षेत्रीय महामंत्री आद. श्रीकांत श्री जी की रही। गोष्ठी की मुख्य अतिथि आद. मीरा ‘नवेली’ जी, विशिष्ठ अतिथि महिला इकाई की संगठन मंत्री आद. महिमा ‘श्री’ जी एवं विशिष्ठ अतिथि गढ़वाल मंडल की महामंत्री आद. मणि ‘मणिका’ अग्रवाल जी रहीं। वरिष्ठ साहित्यकारों ने अपनी उपस्थिति से सभी प्रतिभागियों को गौरवान्वित किया।
आमंत्रित स्वर- महिमा ‘श्री’, मणि अग्रवाल “मणिका”, शोभा पाराशर, मीरा नवेली, कविता बिष्ट, स्वाति गर्ग, निकी पुष्कर, संगीता बहुगुणा। गोष्ठी में महानगर महिला इकाई की अध्य्क्ष आदरणीय इंदु अग्रवाल जी की कमी महसूस हुई।
गोष्ठी का शुभारंभ शोभा पाराशर जी द्वारा वाणी वंदना से हुआ। माँ शारदे के आह्वान के पश्चात मणि ‘मणिका’ जी द्वारा “लगती है जब नज़र सुखों को, अमिय गरल बन जाता है” तथा “तोरण द्वार सजा खुद मानव”, का सुंदर काव्य पाठ से सबके मन को हर्षाया।
महिमा “श्री” जी ने बहुत सुंदर छंद और गीत गाकर सबका मन मोह लिया।
मीरा नवेली जी ने “रेखाओं के इन्द्रजाल में अंतिम हँसी तो भाग्य हँसा है।मोह के आगे तेरा समर्पण, हाय! कहाँ बैराग फँसा है” की शानदार प्रस्तुति देकर वाह-वाही लूटी।
आद. शोभा पाराशर जी ने “गंगा केवल नदी नहीं है उसमें अमृत बहता है। ऐसा केवल मैं नहीं कहती ये जहान भी कहता है” पढ़कर भाव विभोर कर दिया।
निकी पुष्कर जी ने “कहीं भी कोई मुझे शख़्स तुम सा न लगे। खुदाया ऐसे कभी इश्क़ की हवा न लगे” की सुंदर ग़ज़ल गाकर आनंदित किया।
स्वाति गर्ग जी ने “गहन अंधियारे मनों में दीप कोई फिर जलेगा। तम भले कितना सघन हो प्रातः को कब तक छलेगा” सुंदर काव्य पाठ से मन मोह लिया।
कविता बिष्ट ने “दीपक जलाया सदियों से मैंने आस का। पूछती हूँ, फिर दीया क्यों बुझाया जा रहा है” की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।
संगीता बहुगुणा ने “मन के द्वारे पर खड़ा है, मुस्कुराता सा कोई” सुंदर गज़ल गाकर मन को हर्षित किया।
प्रान्तीय महामंत्री श्री कांत “श्री” जी ने अपनी ओजस्वी वाणी से वीररस में छंद और देश प्रेम पर रचना पढ़कर सभी को मन्त्र-मुग्ध कर दिया।
मुख्य अतिथि आद. शिव मोहन जी ने “मन हुआ मधुमास” का सुंदर गीत गाकर सभी के मन को मोह लिया और गोष्ठी की शाम को सुहाना बना दिया। उनके प्रोत्साहन से सभी प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ा। गोष्ठी को गौरवान्वित करते साथ जुड़े दिग्गजों का काव्य-पाठ सुनकर सभी को आनंद आया। उनके सुविचारों से बहुत सीखने को भी मिला। गोष्ठी की अध्यक्ष सम्माननीय शोभा पराशर जी ने गीत सुनाकर मोहित किया तत्पश्चात अपने वक्तव्य से गोष्ठी की भूरी प्रसंशा की। अध्यक्षीय उद्बोधन से गोष्ठी ने पूर्णता प्राप्त की। अतिथियों का स्नेह एवं आशीर्वाद पाकर समस्त रचनाकार अभिभूत हुए। विशेष आभार सभी प्रतिभागियों का। सहयोग हेतु आभार गढ़वाल मंडल की महामंत्री मणि ‘मणिका’ जी का एवं मीडिया प्रभारी वन्दिता ‘श्री’ जी का है। आप सभी की गरिमामयी उपस्थिति ने गोष्ठी को सफल बनाया।
सफल एवं अतिसुन्दर आयोजन हेतु समस्त रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं अनन्त शुभकामनाएं🙏

कविता बिष्ट (महासचिव)
महानगर महिला इकाई देहरादून
राष्ट्रीय कवि संगम’

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