द्रोण की तपस्या से जाम का डेरा तक देहरादून और उत्तराखंड दर्शन
आज के समय गुरु द्रोणचार्य तपस्या करने देहरादून आते तो वो जाम में फंसे रहते । और ऋषिकेश से लेकर मसूरी की सड़के गाड़ियों के जाम ही जाम में तप का तो क्या ही सोच पाते । आज द्रोणचार्य स्मार्ट फोन यूजर होते और देहरादून के रास्तों में गूगल मैप से कहीं भी पहुंच जाते और जाम में फंसे रहते इस हाल में वो तपस्या कर पाते देहरादून में!जिस उत्तराखंड को जप तप ज्ञान के तीर्थाटन करना था ।वो पर्यटन राज्य बन जाम में फंसा पड़ा है, और कोई तप के लिए डेरा जमा भी लेगा, रात तो रात दिन दहाड़े भी डरा धमकाकर लूट खसूट चोर चक्के आये दिन कर रहे हैं घरों में । अखबारों में जाम की खबर सुर्खियां बन रही हैं । तपस्वी और संतो का डेरा जमाकर जो देहरादून बना आज वो स्मार्ट होकर जाम का डेरा बन गया।
शैलेंद्र जोशी की कलम से
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