देहरादून : ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े सभी काम झाझरा होंगे शिफ्ट, नापनी पड़ेगी 20 किमी की दूरी
देहरादून आरटीओ से ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े सभी काम झाझरा शिफ्ट होंगे। अब आवेदक को शहर से करीब 20 किमी दूर झाझरा की सड़क नापनी पड़ेगी। बता दें कि अभी तक झाझरा में सिर्फ स्थायी लाइसेंस का टेस्ट लिया जा रहा था।
देहरादून। ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े कार्यों के लिए अब आवेदक को शहर से करीब 20 किमी दूर आइडीटीआर (इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रेनिंग रिसर्च) झाझरा की सड़क नापनी पड़ेगी।
अभी तक सिर्फ स्थायी लाइसेंस का टेस्ट झाझरा में लिया जा रहा था, मगर अब पूरा लाइसेंस सेक्शन झाझरा शिफ्ट करने के आदेश दे दिए गए हैं। लर्निंग लाइसेंस टेस्ट, डुप्लीकेट लाइसेंस बनाने, लाइसेंस रिन्यूवल या लाइसेंस में पता बदलाव आदि कार्य भी अब झाझरा जाकर कराने होंगे। शुक्रवार को परिवहन सचिव अरविंद हयांकी ने लाइसेंस सेक्शन 15 मई तक शिफ्ट करने का आदेश जारी कर दिया।
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मुंबई, दिल्ली व बंगलुरू आदि शहरों की तर्ज पर देहरादून में भी कड़ी परीक्षा के बाद ही ड्राइविंग लाइसेंस देने की कसरत में 15 जुलाई-2019 को स्थायी ड्राइविंग लाइसेंस का कार्य आइडीटीआर भेज दिया गया था।
शुरुआत में कार एवं अन्य भारी वाहनों का कार्य शिफ्ट किया गया, जबकि 30 नवंबर से दुपहिया का लाइसेंस कार्य भी वहीं भेज दिया गया। लर्निंग लाइसेंस समेत डुप्लीकेट लाइसेंस, लाइसेंस रिन्यूवल एवं नाम-पता बदलाव का कार्य आरटीओ कार्यालय दून में ही किया जाता रहा।
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वर्तमान में भी यही व्यवस्था चल रही, लेकिन परिवहन विभाग ने अब यह कार्य भी झाझरा में शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है। वहां से आवेदक का लाइसेंस डाक से घर पहुंचेगा।
बता दें कि प्रदेश में ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट के लिए कोई भी आटोमेडेट टेस्टिंग लेन न होने की वजह से विभाग ने आइडीटीआर से करार किया हुआ है। आरटीओ में चल रहे टेस्ट में फर्जीवाड़े की आशंका बनी रहती थी।
जुगाड़बाजी से कईं दफा गैर-अनुभवी लोग भी लाइसेंस हासिल कर लेते थे और इससे हादसों का खतरा रहता था। अब, परिवहन सचिव के आदेश पर पूरा लाइसेंस सेक्शन शिफ्ट किया जा रहा। सचिव ने इसके लिए 15 मई तक सभी व्यवस्था करने के आदेश भी दिए।
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जिनके स्लाट बुक, उनकी मुसीबत
लर्निंग डीएल के लिए आवेदन कर चुके जिन आवेदक को 15 मई या फिर इसके बाद के स्लाट मिले हुए हैं, उनकी मुसीबत बढ़ गई है। विभाग की ओर से साफ्टवेयर में बदलाव कर ऐसे आवेदकों को मैसेज के जरिए सूचित कर सीधे झाझरा बुलाने के भी प्रयास किए जाएंगे।
बेहद कठिन होगी झाझरा की डगर
हादसों पर अंकुश लगाने को परिवहन विभाग ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट की प्रकिया भले ही जटिल कर रहा हो, मगर आमजन के लिए यह बेहद भारी पड़ेगी। परीक्षा का जटिल होना सही है, मगर परीक्षास्थल तक पहुंचना आवेदकों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।
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महिलाओं के लिए तो सुरक्षा संबंधी चिंता भी है। वहां तक जाने में आने वाली व्यवहारिक दिक्कतों पर विभाग का ध्यान नहीं गया। शहर से लगभग 20 किमी दूर आइडीटीआर में टेस्ट देने जाने के लिए पूरा दिन का समय लगेगा।
अगर, आवेदकों में युवती, महिला व नवयुवक हो तो सुरक्षा कारणों से उन्हें एक सहयोगी या परिजन भी ले जाना पड़ सकता है। इससे बड़ी दिक्कत चकराता हाइवे से चार किमी अंदर पहुंचना है। क्योंकि, वहां कोई परिवहन सुविधा नहीं है।
ऐसे पहुंचना होगा झाझरा
अगर आपके पास अपना वाहन है तो आप अपने परिचित वैध लाइसेंसधारक के जरिए उक्त वाहन से झाझरा पहुंच सकते हैं। अगर आपका निजी वाहन नहीं है तो आप पटेलनगर निरंजनपुर मंडी, बल्लीवाला या बल्लूपुर चौक से डाकपत्थर रूट की बस या झाझरा रूट की सिटी बस से बालाजी मंदिर झाझरा तक पहुंच सकते हैं। वहां से आपको सुनसान रास्ते पर पैदल चार किमी की दूरी नापनी पड़ेगी।
ये होंगी आवेदकों की परेशानी
शहर से करीब 20 किमी की दूरी तय कर पहुंचना होगा झाझरा। अपना वाहन हुआ तो ठीक, वरना झेलनी होगी दोहरी मुसीबत। हाइवे से करीब चार किमी अंदर है आइडीटीआर। हाइवे से आइडीटीआर तक पहुंचने के लिए नहीं है कोई वाहन सुविधा। दोनों ओर जंगल व सुनसान क्षेत्र से होकर गुजरता है चार किमी का रास्ता। लाइसेंस टेस्ट से पहले अपना वाहन खुद चलाकर नहीं ले सकेंगे टेस्ट देने। डीएल बनाने के लिए पूरा दिन करना पड़ेगा खराब। बारिश या भीषण गर्मी में आवेदकों को होगी परेशानी। युवतियां व महिलाओं को अकेले जाने में सुरक्षा की रहेगी चिंता।
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